इस एक दिवसीय कार्यशाला में विषय विशेषज्ञों ने शामिल रहकर महिलाओ को प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला के दिन श्रीमती अंजना मटियारा एवं शीतल मटियारा जी ने महिलाओ को विभिन्न प्रकार के साबुन बनाने का प्रशिक्षण दिया । इन साबुनों को कम लागत पर रसायनों के बिना आसानी से बनाया जा सकता है। साबुन बनाने की प्रायोगिक विधियों का भी प्रदर्शन किया गया। साथ ही मार्केटिंग कैसे की जाए इसकी जानकारी भी महिलाओ को मिली।
संस्था की संस्थापक श्रीमती सुमन यादव जी कहा कि महिलाओ के लिए आवश्यक है, कि वे कौशल विकास यानी अपने हुनर को निखारने की ओर ध्यान दें। सिर्फ किताबी ज्ञान आवश्यक नहीं है | कुछ न कुछ हुनर होना और उसमें हर तरह से पारंगत होना आवश्यक है।
संस्था की संस्थापक श्रीमती सुमन यादव जी कहा कि महिलाओ के लिए आवश्यक है, कि वे कौशल विकास यानी अपने हुनर को निखारने की ओर ध्यान दें। सिर्फ किताबी ज्ञान आवश्यक नहीं है | कुछ न कुछ हुनर होना और उसमें हर तरह से पारंगत होना आवश्यक है।
Leave a comment